
1.94 मिलियन लोग उच्च स्तर की खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं, जिनमें लगभग 244,000 लोग भयावह खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं.
चार सप्ताह से ग़ज़ा सिटी के एक अस्पताल में स्वयंसेवा कर रही ऑस्ट्रेलियाई नर्स क्रिस्टी ब्लैक ने अपने द्वारा देखे गए हताशा के दृश्यों का वर्णन किया है.
नर्स ब्लैक ने कहा, हमें लगा कि हम जानते हैं कि हम क्या करने जा रहे हैं, लेकिन आप जो कुछ भी जमीन पर देखते हैं, उसके लिए कोई भी तैयारी आपको नहीं करा सकती.”
“हम बच्चों को कूड़े के ढेर में से कुछ खाने की तलाश करते हुए देख रहे हैं… वे बच्चे जिनकी उम्र 9 या 10 साल होगी, लेकिन 2 साल के बच्चों जैसे दिखते हैं.”
उन्होंने कहा कि लोगों के घाव “कुपोषण के कारण ठीक नहीं हो रहे हैं” और “ग़ज़ा शहर तथा शेष ग़ज़ा पर भारी मात्रा में बम गिराए जाने” के कारण श्वसन संबंधी बीमारियों में भारी वृद्धि हुई है.
उन्होंने कहा, “यहां स्थिति बहुत भयावह है.” “मुझे नहीं लगता कि दुनिया में कोई भी स्वास्थ्य सेवा ऐसी है जो इस स्थिति से निपट सके.”
हालांकि, ब्लैक ने ग़ज़ा में स्वास्थ्य कर्मियों की प्रशंसा की, जिनके बारे में उन्होंने कहा कि वे दिन-रात पूरी ऊर्जा के साथ काम कर रहे हैं, ताकि “सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जा सके. हमारे सहकर्मी अद्भुत हैं.”