
जब पत्रकारों ने इसराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से पूछा कि क्या अमेरिका युद्ध में शामिल होगा, क्या ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई निशाने पर थे.
ईरान ने गुरुवार सुबह तेल अविव में सोरोका अस्पताल को निशाना बनाया उन्होंने ने कहा अस्पताल के नीचे स्थित गुप्त सैन्य अड्डा था.
अस्पताल को निशाना बनाए जाने पर नेतन्याहू ने कहा ईरान को भारी कीमत चुकाना पड़ेगा.
सोरोका अस्पताल में नेतन्याहू ने पत्रकारों से कहा, “इस ऑपरेशन के अंत तक इसराइल के लिए कोई परमाणु खतरा नहीं रह जाएगा और न ही बैलिस्टिक मिसाइल का खतरा होगा.”
नेतन्याहू ने कहा कि इसराइल ने पहले ही ईरान के परमाणु कार्यक्रम को “बहुत बुरी तरह” नुकसान पहुंचा दिया है.
पत्रकारों ने पूछा कि क्या ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई संभावित निशाने थे, नेतन्याहू ने कहा कि “कोई भी इससे अछूता नहीं है.”
सोरोका अस्पताल के क्षतिग्रस्त स्थल पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए नेतन्याहू ने इसराइल के साथ डोनाल्ड ट्रंप के साझेदारी की प्रशंसा की.
उन्होंने कहा कि यह “अविश्वसनीय” है और अमेरिकी राष्ट्रपति से करीब हर दिन बात होती है.
नेतन्याहू ने कहा, “मुझे लगता है कि यह उनका दृढ़ संकल्प, उनकी दृढ़ता और उनकी स्पष्टता है, जब वे कहते हैं कि ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकता है और ऐसा होने के लिए ईरान यूरेनियम का संवर्धन नहीं कर सकता है.”
इसराइल-ईरान संघर्ष में अमेरिका की संभावित भागीदारी के बारे में पूछे जाने पर नेतन्याहू ने कहा, “यह निर्णय राष्ट्रपति को लेना है लेकिन वे पहले से ही काफी मदद कर रहे हैं.”
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि वह ईरान के परमाणु खतरों को पूरी तरह से “खत्म” कर देंगे.
इसराइल ने 13 जून को ईरान पर हमला किया था इस हमले में ईरान के कई सैन्य कमांडर और वैज्ञानिकों की मौत हो गई थी.
इसराइल के हमले के बाद ईरान जवाबी कार्रवाई में इसराइल पर हाइपरसोनिक मिसाइल, बैलिस्टिक मिसाइल, रॉकेट और ड्रोनों से लगातार हमला कर रहा है इसराइल और ईरान के बीच संघर्ष अभी भी जारी है.