ईरान और अमेरिका के बीच होने वाली परमाणु वार्ता रद्द हुआ

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ओमान के विदेश मंत्री बद्र अल-बुसैदी ने कहा की रविवार को मस्कट में होने वाली ईरान और अमेरिका के बीच परमाणु वार्ता अब नहीं होगी.

उन्होंने कहा कि रविवार को होने वाली ईरान और अमेरिका परमाणु वार्ता का अगला दौर आगे नहीं बढ़ेगा. लेकिन कूटनीति और बातचीत ही स्थायी शांति का एकमात्र रास्ता है.

इससे पहले ईरान के विदेश मंत्री ने कहा था कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए अमेरिका के साथ बातचीत जारी रखना ‘अनुचित’ है.

ओमान दोनों देशों ईरान और अमेरिका के बीच ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर वार्ता को लेकर मध्यस्थता कर रहा है.

इस बीच इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उनके देश का लक्ष्य ईरान की ओर से परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल जैसे दोहरे खतरे को विफल करना है और इसराइल ने अपने लक्ष्य हासिल कर लिए हैं.

नेतन्याहू ने कहा, “हम ये बर्दाश्त नहीं कर सकते कि वे 20000 मिसाइलों के उत्पादन की क्षमता बना लें. इसलिए हमने उनकी उत्पादन क्षमताओं को बर्बाद करने के लिए कार्रवाई की और यही IDF अभी कर रहा है.”

“हमने तेहरान के लिए एक रास्ता तैयार कर लिया है. बहुत जल्द आप तेहरान के आसमान में इसराइली विमान, इसराइली वायु सेना और हमारे पायलटों को देखेंगे.”

ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने चेतावनी दी है कि अगर इसराइल ने हमलें जारी रखें तो उन्हें और ‘कठोर’ जवाब के लिए तैयार रहना होगा.

ईरान की सरकारी मीडिया के मुताबिक, पेजेश्कियान ने कहा, “जायनिस्ट आक्रामता जारी रहने पर ईरानी सशस्त्र बलों की ओर से अधिक कठोर और शक्तिशाली जवाब दिया जाएगा.”

ऐसा कहा जा रहा है कि पेजेश्कियान ने कथित तौर पर ये टिप्पणी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ फोन पर बातचीत के दौरान की.

बता दें, कि इसराइल ने शुक्रवार को ईरान के कई अलग-अलग जगहों पर हमला किया था, जिसके बाद ईरान ने जवाबी कार्रवाई में इसराइल पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया है.

इसराइल ने कहा कि वह ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हमला किया है.

वहीं, इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामीन नेतन्याहू ने कहा इसराइल के अस्तित्व के लिए ईरानी खतरे को कम करने के लिए हमने एक टारगेटेड सैन्य अभियान किया है.


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