
ईरान से 110 भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. सबसे पहले छात्रों को आर्मीनिया लाया गया और वहां से उन्हें स्पेशल फ्लाइट के जरिए दिल्ली लाया गया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने 18 जून को बताया था कि 17 जून को ईरान के उत्तरी हिस्से से 110 स्टूडेंट को सुरक्षित निकाला गया है.
विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारत ने ईरान से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए “ऑपरेशन सिंधु” शुरू किया है.
एक छात्र यासिर गफ्फार ने न्यूज़ एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, “मैंने वहां बहुत कुछ देखा… मिसाइल हमले देखें… मैं रात में तेज आवाजें सुनीं… मैं भारत पहुंचकर खुश हूं… जब हालात ठीक हो जाएंगे तब हम फिर से ईरान जाएंगे…”
वहीं छात्रा गजल ने कहा, “वापस आकर हमें बहुत अच्छा लग रहा है… भारतीय दूतावास ने हमें बहुत अच्छे से रेस्क्यू किया. हम उनके बहुत आभारी हैं… तेहरान में स्थिति बहुत खराब थी, लेकिन हम जहां रहते थे, उर्मिया, वहां दूसरे शहरों की तुलना में स्थिति ठीक थी.”
MBBS छात्र “ऑपरेशन सिंधु” के तहत ईरान से निकाले जाने पर कहा, “हम अपने देश में वापस आकर बहुत खुश हैं. वहां स्थिति वाकई बहुत खराब है. हमने देखा कि ईरान ने मिसाइलों को दागा और उन्हें रोका. हमें निकालने के लिए हम सरकार के आभारी हैं.”
ईरान से निकाले जाने पर छात्र ने कहा, “मुझे भारतीय होने पर गर्व है. धन्यवाद भारत सरकार.”