
समूह ने एक बयान जारी कर ग़ज़ा जाने वाले मानवीय सहायता जहाज पर इसराइल के कब्जे की निंदा की है और कहा है कि जहाज को जब्त करना “संगठित राज्य आतंकवाद” के समान है.
इसमें कहा गया, “हम विभिन्न देशों के उन बहादुर कार्यकर्ताओं को सलाम करते हैं जो धमकियों के बावजूद अडिग रहे और यह साबित किया कि ग़ज़ा अकेला नहीं है. “
हमास ने कहा कि मैडलीन काफिला और अल्जीरिया, ट्यूनीशिया और जॉर्डन से ग़ज़ा जाने वाले अन्य मानवीय काफिले इसराइल की “प्रचार मशीन” की “विफलता के जीवित प्रमाण” हैं.
कार्यकर्ताओं को पुन: रिहा करने तथा संयुक्त राष्ट्र से इस जब्ती की निंदा करने का भी आग्रह किया गया.
हमास ने कहा, “मैडलीन पर कब्ज से न तो स्वतंत्र लोगों की आवाज दबेगी और न ही इससे ग़ज़ा के साथ बढ़ती वैश्विक एकजुटता रुकेगी.”